| 1. | सामिष भोजी इनसे बर्दाश्त नहीं होतें. टेबिल मैनर्स का इन्हें इल्म नहीं होता ।
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| 2. | (सिवाय इस सूप पीने वाले बूढ़े सामिष भोजी “ठरकी” के उस पत्र के जो मनाली की
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| 3. | लेकिन फिर भी “सामिष” पर “निरामिष” की उत्कृष्टता से हर बुद्धिमान प्राणी सहमत है चाहे वह खुद सामिष भोजी हो या निरामिष भोजी.
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| 4. | कुछ ज़हीन किस्म के लोग किसी के खाने को देखकर ही थूक देतें हैं. सामिष भोजी इनसे बर्दाश्त नहीं होतें.टेबिल मैनर्स का इन्हें इल्म नहीं होता ।
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| 5. | (सिवाय इस सूप पीने वाले बूढ़े सामिष भोजी “ ठरकी ” के उस पत्र के जो मनाली की Mystic Snowa Barno को उन्होंने बड़े मन से लिखा है...
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